( पुलिस ने दो आरोपी को किया गिरफ्तार ) |
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रिपोर्ट-@अशोक कुमार यादव आज़मगढ़
यूपी के आजमगढ़ जिले के रौनापार थाना क्षेत्र के रोहुआर गांव निवासी जुमराती के घर से पुलिस ने बीते रविवार को एक सिर कटी लाश खोदकर निकलवाई थी, हत्या की ऐसी साजिश आज तक कोई नही सोचा होगा न कोई सुना होगा, बरामद शव पूरी तरह से सड़ गई थी। मौके पर एसपी ग्रामीण ने फोरेंसिक टीम को बुलाया टीम जांच पड़ताल जुट गई। धड़ मिलने के बाद पुलिस सिर की तलाश में जुट गई थी।
● बताते चलें कि आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र में हुई इस निर्मम हत्या ने सभी के दिमाग को हिलाकर रख दिया। थाना क्षेत्र के हुई चालक की हत्या के मामले का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। इस बड़े मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है, जबकि घटना का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।
● पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से असलहे के साथ घटना में प्रयुक्त फावड़ा, पिकअप और एक बाइक भी बरामद की है।
एसपी हेमराज मीना ने बताया कि महराजगंज थाना क्षेत्र के रुद्रपुर भलुही गांव निवासी कुलदीप सिंह ने जीयनपुर कोतवाली में तहरीर दिया था कि अज्ञात बदमाशों के द्वारा, पिता शैलेन्द्र का अपहरण कर लिया गया है। इस तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया, जिसकी विवेचना एसआई जाफर खां द्वारा की जा रही थी,इस मामले में कार्यवाही शुरू कर दिया गया था।
● रविवार को थानाध्यक्ष विवेक कुमार पाण्डेय को सूचना मिली कि एक अपराधी, जिसके पास अवैध तमंचा है जो पेशेवर अपराधी है। दोहरीघाट की तरफ से लाटघाट की तरफ आ रहा है, पुलिस ने घराबंदी कर उसे लाटघाट के पास से पकड़ लिया, पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम रामछवि उर्फ छबिया निवासी नगरीपार थाना दोहरीघाट (मऊ) बताया। पुलिस ने उसके कब्जे से एक असलहा कारतूस, 920 रुपये नगद और एक मोबाइल बरामद किया। पुलिस को बाइक का कागजात न दिखा पाने पर उसे भी सीज कर दिया।
● पूछताछ में रामछवि ने बताया कि उसकी और शंकर निवासी हाजीपुर थाना रौनापार (आजमगढ़) की मुलाकात 12 वर्ष पूर्व मऊ की जेल में हुई थी, जेल से छूटने के बाद हम लोगों का एक-दूसरे के घर आना-जाना हो गया, शंकर के साथ उसका दोस्त छांगुर नाई निवासी मुहम्मदपुर थाना जीयनपुर (आजमगढ़) भी साथ में आता था। हम लोग मिलकर लकड़ी कटवाने का काम करने लगे। लकड़ी को लाने व ले जाने में पिकअप वाहन किराए पर लेते थे। जिसका काफी किराया लगता था तो हम दोनों लोगों ने पिकअप वाहन की व्यवस्था के लिए फर्जी कागज तैयार करने की योजना बनाई।
● उसी उद्देश्य से एक जुलाई को शंकर ने गोरखपुर जाकर एक पिकअप गाड़ी एक हजार रुपये में बुक कराई और उसके चालक शैलेन्द्र सिंह से कहा कि फर्नीचर का सामान लाना है जब हमारी व्यवस्था हो जाएंगी तो हम आपसे सम्पर्क करेंगें, वह उसका मोबाइल नंबर लेकर आ गया, इसके बाद 03 जुलाई को हम लोगों ने शैलेन्द्र को गाड़ी सहित भाड़े पर ले जाने के लिए लाटघाट बुलाया। शाम को 03 से 04 बजे के बीच वह पिकअप लेकर आ गया तो उससे बहाना बनाया गया कि फर्नीचर का सामान अभी तैयार नहीं है। कुछ देर लगेगा तब तक आप खाना-पीना कर लीजिए और वो राजधानी ढाबा लाटघाट पर कुछ खाने-पीने के लिए चला गया, शाम को मोटर साइकिल से शंकर उसको लेकर रामपुर के पास मिला और कहा कि पिकअप गाड़ी पर बैठ जाओ और आगे आगे शंकर तथा पीछे मैं गाड़ी से शंकर के किराए के मकान रोहुआर पर पहुंचे, रामछवि ने बताया कि शंकर के मकान पर हमने चालक को जहरीला पदार्थ खिला दिया। जब वह अचेत हो गया तो हम दोनों ने फावड़े व बांका से उसकी कर्दन को काट दिया। मकान के पीछे हाते में गड्ढा खोदकर उसके धड़ को दफन कर दिया।
● शव से बदबू न आए इसलिए उसमें नमक भी डालकर ढक दिया। उसके सिर को शंकर लेकर मोटर साइकिल से कहीं दूसरी जगह चला गया था। जिसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
रामछवि ने बताया कि इसके बाद हम लोगों ने पिकअप पर फर्जी नंबर प्लेट कागजात के आधार पर लगा कर छांगुर नाई को दे दिया। गिरफ्तार आरोपी रामछवि की निशानदेही पर शंकर के किराए के मकान से शैलेंद्र का धड़ बरामद किया गया। लेकिन, शंकर नहीं मिला।
इसके बाद रामछवि द्वारा बताए गए स्थान कल्याणपुर पुलिया के पास से दूसरे आरोपी छांगुर नाई को मोबाइल, पिकअप और फर्जी दस्तावेज के साथ गिरफ्तार किया गया। इस घटना में शामिल शंकर अभी फरार है।
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